Paheliyan in Hindi with Answer – आपको यहाँ छोटी-छोटी पहेलियों का अद्भूत खजाना मिलने वाला है, तो देर किस बात की, इन पहेलियों का आनंद लीजिए |
100 छोटी पहेलियाँ उत्तर सहित | Paheliyan in Hindi with Answer
ऐसी कौन-सी सब्जी है, जिसे उल्टा पढ़ने पर लड़की का नाम आता है?
उत्तर – खीरा
कोई इंसान 30 दिन तक नींद लिए बिना कैसे रह सकता है?
उत्तर – रात में नींद लेकर
ऐसी कौन-सी चीज है, जो पैदा होते हीं बिना पैरों के उड़ने लगती है?
उत्तर – धुँआ
एक ऐसा सवाल, जिसका जवाब कोई हाँ में नहीं दे सकता?
उत्तर – क्या आप मर गए हैं?
वह कौन-सा फूल है, जिसके पास कोई रंग और महक नहीं है?
उत्तर – अप्रैल फूल
100 मजेदार पहेलियाँ उत्तर सहित |
100 दिमागी पहेली उत्तर सहित |
100 हंसाने वाली पहेलियां |
20 बुद्धिमान पहेलियां |
अगर आप अँधेरे कमरे में एक मोमबत्ती, एक लालटेन और एक दीया के साथ हैं तो सबसे पहले आप क्या जलाएँगे?
उत्तर – माचिस
वह क्या है, जिसे हम हमेशा काटते रहते हैं मगर कभी उसके टुकड़े नहीं कर सकते?
उत्तर – समय
वह क्या है, जो हमेशा बढ़ती रहती है लेकिन कभी कम नहीं होती है?
उत्तर – उम्र
ऐसी कौन-सी चीज है, जो बाँटने से बढ़ती है?
उत्तर – ज्ञान
ऐसी कौन-सी चीज है, जिसे बनाने में काफी वक्त लगता है लेकिन टूटने में एक पल भी नहीं लगता?
उत्तर – भरोसा
ऐसी कौन-सी चीज है, जो बारिश में चाहे जितनी भींगे, वह कभी गीली नहीं हो सकती?
उत्तर – पानी
ऐसी कौन-सी चीज है, जो आँखों के सामने आने से आँखें बंद हो जाती है?
उत्तर – रौशनी
ऐसी कौन-सी चीज है, जो पति अपनी पत्नी को दे सकता है मगर पत्नी अपने पति को नहीं दे सकती?
उत्तर – उपनाम (Surname)
ऐसी कौन-सी चीज है, जिसे आप दिन भर उठाते और रखते हैं | इसके बिना आप कहीं जा नहीं सकते?
उत्तर – कदम
ऐसी कौन-सी चीज है, जिसे व्यक्ति अपनी माँ – बहन और अन्य औरतों की टूटते हुए देख सकता है मगर अपनी पत्नी की नहीं?
उत्तर – चूड़ियाँ
मैं एक आदमी को दो बना देता हूँ मैं क्या हूँ?
उत्तर – दर्पण
वह कौन है, जो दिन में होता है लेकिन रात में नहीं?
उत्तर – सूरज
वर्ष में एक बार क्या होता है?
उत्तर – वार्षिक
ऐसी कौन-सी चीज है, जो सोने की है मगर सुनार की दुकान पर नहीं मिलती?
उत्तर – तकिया और चारपाई
ऐसा कौन-सा शहर है, जो हम खा सकते हैं?
उत्तर – शिमला
ऐसी कौन-सी चीज है, जिसके पैर नहीं होते हैं?
उत्तर – सीढ़ियाँ
वह क्या है, जो देने से बढ़ता है?
उत्तर – ज्ञान
रात में बिना बुलाए क्या निकलता है?
उत्तर – सितारा
कितने महीने ऐसे है, जिसमें 28 दिन होते हैं?
उत्तर – 12 महीने
सप्ताह में दो बार क्या आता है?
उत्तर – E (Week)
ऐसा कौन-सा चीज है, जो फटने पर आवाज नहीं करता है?
उत्तर – दूध
ऐसी कौन-सी चीज है, जिसे एक बार पहनने के बाद उतारा नहीं जा सकता?
उत्तर – कफ़न
ऐसी कौन-सी चीज है, जो बढ़ती है घटती नहीं?
उत्तर – उम्र
अंग्रेजी का ऐसा कौन-सा शब्द है, जो डेढ़ किलोमीटर लंबा है?
उत्तर – Mile
ऐसी कौन-सी चीज है, जो धूप में सूखती नहीं है?
उत्तर – पसीना
ऐसा कौन-सा जानवर है, जो जूते पहनकर सोता है?
उत्तर – घोड़ा
ऐसी कौन-सी चीज है, जो बहुत ख़राब मानी जाती है मगर भी लोग उसे पीने के लिए कहते हैं?
उत्तर – गुस्सा
वह कौन है, जो मन में है, दिल में है, पर धड़कन में नहीं है?
उत्तर – आमिर खान
ऐसा कौन-सा फल है, जो मीठा होने के बाद भी बाजार में नहीं बिकता है?
उत्तर – सब्र का फल
ऐसी कौन-सी चीज है, जो सुबह में हरी, दोपहर में काली, शाम में नीली और रात में हरी दिखाई देती है?
उत्तर – बिल्ली की आँख
ऐसा कौन-सा सवाल है, जिसका जवाब हर वक्त बदलता रहता है?
उत्तर – समय क्या हुआ है?
ऐसा कौन-सा वाहन है, जो आपके ऊपर से चला जाता है फिर भी आपको कुछ नहीं होता है?
उत्तर – हवाई जहाज
ऐसी कौन-सी चीज है, जिसे बिना तोड़े इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है?
उत्तर – अंडा
ऐसी कौन-सी चीज है, जिसे हम बंद तो कर सकते है लेकिन खोल नहीं सकते?
उत्तर – अलार्म
ऐसा क्या है, जिसके हाथ पैर नहीं है लेकिन उसके बावजूद भी वो चढ़ती और उतरती है?
उत्तर – शराब
वह क्या चीज है, जिसके पास Head और Tail है पर शरीर नहीं है ?
उत्तर – सिक्का
वह क्या है, जो बाहर मुफ्त में और अस्पताल में पैसों से मिलती है?
उत्तर – ऑक्सीजन
कोई ऐसे अनाज का नाम बताइए, जिसका नाम एक तीर्थस्थल के नाम पर हो और वहाँ पर दुनिया भर से लोग जाते है?
उत्तर – मक्का
ऐसी कौन-सी ड्रेस है, जिसे हम कभी पहन नहीं सकते हैं?
उत्तर – एड्रेस (Address)
एक छोटा सा फकीर, जिसके पेट में लकीर |
उत्तर – गेहूँ
ऐसी क्या चीज़ है, जिसके पास शब्द बहुत हैं लेकिन बोलती नहीं?
उत्तर – किताब
ऐसी कौन-सी सब्जी है, जिसमें ताला और चाबी दोनों आते हैं?
उत्तर – लौकी
ऐसी कौन-सी भाषा है, जिसको खाया जाता है?
उत्तर – चीनी
ऐसी कौन-सी चीज है, जिसे लोग काटते हैं, पीसते हैं और बाँटते हैं मगर खाते नहीं हैं?
उत्तर – ताश के पत्ते
वह क्या है, जो दिखता नहीं मगर सबसे काला है?
उत्तर – कलंक
वह कौन-सी चीज है, जिसे काटते हीं लोग गाने लगते हैं?
उत्तर – केक
वह क्या है, जिसे खाते हीं आप लाल हो जाते हैं और पीते हीं शांत हो जाते हैं?
उत्तर – क्रोध
वह क्या है, जो लोग अपने से ज्यादा दूसरों का लेते हैं?
उत्तर – नाम
ऐसी कौन-सी चीज है, जिसके पास रिंग तो है मगर पहनने के लिए ऊँगली नहीं है?
उत्तर – मोबाईल
ऐसी कौन-सी चीज है, जिसको जितना खींचा जाता है, वो उतनी हीं छोटी होती जाती है |
उत्तर – सिगरेट
ऐसा शब्द बताइए कि जिससे फूल, मिठाई और फल बन जाए?
उत्तर – गुलाब जामुन
वो कौन है, जिसका पेट फूला हुआ है मगर वो दवाई नहीं खाता और दिन-रात बिस्तर पर हीं लेटा रहता है?
उत्तर – तकिया
ऐसा कौन-सा फल है, जिसमें न हीं कोई बीज और न हीं कोई छिलका होता है |
उत्तर – शहतूत
ऐसी कौन-सी चीज है, जो समुद्र में पैदा होती है और आपके घर में रहती है?
उत्तर – नमक
ऐसी कौन-सी चीज है, जिसे हम निगले तो जिंदा रह पाएँ और अगर वह हमें निगले तो हम मर जाएँ |
उत्तर – पानी
वह क्या है, जिसे आप एक बार खाकर दोबारा नहीं खाना चाहते हैं मगर फिर भी खाते हैं?
उत्तर – धोखा
ऐसी कौन-सी चीज है, जिसे आधा खाने पर भी वह पूरी रहती है ?
उत्तर – पूरी
ऐसी कौन-सी जगह है, जहाँ पर सड़क है पर गाड़ी नहीं, जंगल है पर पेड़ नहीं और शहर है पर घर नहीं ?
उत्तर – नक्शा
ऐसी कौन-सी चीज है, जो फ्रीज़ में रखने के बाद भी गरम रहती है?
उत्तर – गरम मसाला
ऐसी कौन-सी चीज है, जो महीने में एक बार आती है मगर सिर्फ 24 घंटे बाद वापस भी चली जाती है?
उत्तर – तारीख
ऐसा कौन-सा फल है, जिसके पेट में दांत होते हैं?
उत्तर – अनार
ऐसी कौन-सी चीज है, जो ठंड में भी पिघलती है?
उत्तर – मोमबत्ती
ऐसा कौन-सा फल है, जो कच्चा होने पर मीठा लगता है और पकने पर खट्टा लगता है?
उत्तर – अन्नानास
वह कौन है, जो जितना भी बूढ़ा हो जाए मगर फिर भी वह जवान हीं रहता है?
उत्तर – सैनिक
ऐसी कौन-सी चीज है, जो दो बार फ्री मिलती है और तीसरी बार पैसे देने पड़ते हैं?
उत्तर – दांत
एक लड़के ने लड़की का नाम पूछा तो लड़की बोली “3-11211” तो बताइए लड़की का असली नाम क्या है?
उत्तर – आशा
वह क्या है, जिसके पास एक आँख है फिर भी वह देख नहीं सकती है?
उत्तर – सुई
ऐसी कौन-सी चीज है, जो पानी पीते हीं मर जाती है?
उत्तर – प्यास/आग
वह कौन-सी चीज है, जो बागों में नहीं खेलती मगर घर की दीवारों पर खेलती है?
उत्तर – छिपकली
ऐसी कौन-सी चीज है, जो लड़की का नाम भी है और लड़की का श्रृंगार भी है?
उत्तर – पायल
एक थाल मोती से भरा, सबके सिर पर औंधा धरा | चारों ओर वह थाली फिरे, मोती उससे एक न गिरे |
उत्तर – आकाश
मैं हूँ एक ऐसा तारा, धूप सभी को देता हूँ | सभी ग्रहों का मुखिया हूँ मैं, तुमसे कुछ न लेता हूँ |
उत्तर – सूरज
जय जवान जय किसान, किसका था नारा? कौन था वह ईमानदार, देश का दुलारा?
उत्तर – लाल बहादुर शास्त्री
अलग-अलग पर एक हीं नाम, रूप एक सा एक हीं काम | कुछ ना बोले लेकिन सुनते संग, हम दोनों के बीच सुरंग |
उत्तर – कान
बारह कदम चलकर रुक जाती, फिर कोई दूसरी आती | ये क्रम सदा बना रहता है, उसको मनुज क्या कहता है |
उत्तर – साल
एक चीज़ का सस्ता रेट, लम्बी गर्दन, मोटा पेट | पहले अपना पेट भरे, फिर सबकी प्यास बुझाए |
उत्तर – सुराही
सुबह-सुबह सबके घर जाताा, कदम कदम हरि के गुण गाता | पाता कुछ बहुत दे जाता, पहेली का है किससे नाता |
उत्तर – भिखारी
तरुवर में शान इनकी, सकल अंग कड़वापन | जड़ से होती औषधि, बताओ तो बेटा चुन्नू |
उत्तर – नीम का पेड़
धीरे-धीरे वह चलता है, पेड़ों पर भी चढ़ता है | ओढ़े इक काली रजाई, मजे से खाए रस-मलाई |
उत्तर – भालू
तीन नदियों का मेल निराला, उससे निकली न्यारी धारा | उस धारा का नाम बताओ, तभी बच्चों टॉफी पाओ |
उत्तर – संगम
नदी किनारे खड़ा रहे, मारे एकटक नैन | जब तक मीन न पकड़े, न मिले उसे चैन |
उत्तर – बगूला
तनी है चादर जिसके ऊपर, पड़ने ना दे पानी हम पर |
उत्तर – छाता
राजा के बाग में नहीं, पर राजकीय कहलाए | मानुष बोली बोले, अपनी पहचान बतलाए |
उत्तर – मैना
अंडा बिके बीच बाजार, दर्जन भर सौ पचास | बन तंदूरी और कबाब, स्वाद लगे खासम-खास |
उत्तर – मुर्गी
वर्गाकार खेत में होते, बीस कुशल मजदूर | खेत के हर कोने में, होते कुएँ दूर-दूर |
उत्तर – कैरम बोर्ड
तीन अक्षरों का नाम, उल्टा-सीधा एक समान | नदी-ताल की आन, राष्ट्र की है एक शान |
उत्तर – जलज
फल के अन्दर बिस्तर अपना, छिपे-छिपे हम सोए रहते | मिट्टी में मिलकर हम उग आते, बताओ तो हम क्या हैं?
उत्तर – बीज
एक छोटे कद का जानवर, कहते कम अक्ल का | पर होता मेहनतकश, घोड़े का हमशक्ल का |
उत्तर – गधा
धरती पर खड़ा मैं रहता, सबको हूँ जीवन मै देता | गन्दी हवा को सोख मैं लेता, शुद्ध हवा बदले में देता |
उत्तर – पेड़
सिर संग भी है नाता मेरा, बिस्तर से भी नाता | बोझ उठा कर आपका मैं, मीठी नींद सुलाता |
उत्तर – तकिया
काले कपड़े कड़वी बोली, लेकिन चतुर कहलाता हूँ | पाल पराए बच्चों को मैं, मूर्ख भी बन जाता हूँ |
उत्तर – कौआ
एक ऐसा जीव धरती पर, होता रस्सीनुमा बदन | कान जिसके होते हीं नहीं, सर पर बनता फन |
उत्तर – साँप
सर्दी आए मुझको पाओ, जुकाम सब दूर भगाओ | अंग्रेजों की खोज निराली, चुस्ती-फुर्ती देने वाली |
उत्तर – चाय
पीकर पानी पेट भर, फेफड़े कर लूँ तर | मुंह से फिर फेंकू हवा, ठंडा हो जाए घर |
उत्तर – कूलर
जून माह का तारीख एक, प्रथम सप्ताह में रहता | पर्यावरण सुरक्षा की बात, हर कोई जरूर कहता |
उत्तर – 5 जून
बालक में मैं इक बार, बलशाली में आऊँ दुबारा | नहीं मिलूँगा तुम्हें बजट में, बताओ तो मैं कौन हूँ यारा |
उत्तर – ल
तीन पैर जिसके, थोड़ा-थोड़ा खिसके | चौबीस घंटे करे काम, करे नहीं तनिक आराम |
उत्तर – घड़ी
सबसे छोटी जीव कहलाऊँ, घर-घर में मैं पाई जाऊँ | मीठा मेरा प्रिय आहार, मेहनत करना मेरा काम |
उत्तर – चींटी
प्रथम कटे तो लीन हो जाऊँ, मध्य कटे चावल बन जाऊँ | अंत कटे तो भार हो जाऊँ, किसी देश का नाम कहाऊँ |
उत्तर – भारत
पुरुषों के है सिर पर सजती, हर रंग में हैं ये मिलती | सिखों का तो है यह मान, बोलो बच्चो इसका नाम |
उत्तर – पगड़ी
दूध का पोता, दही का बच्चा, सब पीते हैं उसे कच्चा |
उत्तर – लस्सी
दूर की वस्तु का दर्शन, विज्ञान का एक चमत्कार | बता रानी! क्या है? जे एल बेयर्ड का अविष्कार ?
उत्तर – दूरदर्शन
मुर्गी अंडा देती है, गाय दूध देती है | तो ऐसा कौन है, जो अंडा और दूध दोनों देता है |
उत्तर – दुकानदार
भक्त उन्हें पूजते हैं, पर वे कोई भगवान नहीं | एक कुशल खिलाड़ी तो हैं हीं, इसमें कोई हैरान नहीं |
उत्तर – सचिन तेंदुलकर
न कोई छोटी, न कोई बड़ी, सात सहेलियों की टोली | मिलकर रहते सारे, जैसे दामन और चोली |
उत्तर – सप्ताह के दिन
नए जमाने का बच्चा हूँ, पर कान का कच्चा हूँ | तुम जो कहते इस पार, पहुँचा देता हूँ उस पार |
उत्तर – टेलीफोन
छोटा सा धागा, बात लेकर भागा |
उत्तर – टेलीफोन
छोटे से हैं लट्टू दास, वस्त्र पहने सौ-पचास |
उत्तर – प्याज
दो अक्षर की मैं बहना, उल्टा सीधा एक रहना |
उत्तर – दीदी
वह क्या है, जो हमेशा पीटने के लिए हीं बना है?
उत्तर – ढोल
दिखता नहीं पर पहना है, यह नारी का गहना है |
उत्तर – लज्जा
करता नहीं लड़ाई, फिर भी होती पिटाई |
उत्तर – ढोलक
हाथी फरवरी के बजाय जनवरी में ज्यादा पानी क्यों पीता है?
उत्तर – क्योंकि जनवरी में ज्यादा दिन होते हैं |
सूर्य ने पृथ्वी पर अभी तक क्या नहीं देखा है?
उत्तर – अँधेरा
अरुण टीना के पिता है तो अरुण टीना के पिता का क्या है?
उत्तर – नाम
उत्तर क्या है?
उत्तर – “उत्तर” एक दिशा है |
पचास और पचीस में क्या अंतर है?
उत्तर – ई की मात्रा
एक प्लेट में तीन चम्मच |
उत्तर – पंखा
चौकी पर बैठी एक रानी | सिर पर आग, बदन में पानी |
उत्तर – मोमबत्ती
जल से भरा एक मटका, जो है सबसे ऊँचा लटका | पी लो पानी है मीठा, जरा नहीं है खट्टा |
उत्तर – नारियल
लाल हूँ मैं, खाती हूँ सूखी घास | पानी पीकर मर जाऊँ, जल जाए जो आए मेरे पास |
उत्तर – आग
सफेद तन, हरी पूँछ, न बुझे तो नानी से पूछ |
उत्तर – मूली
चार अक्षर का मेरा नाम, टिमटिम तारे बनाना काम | शादी, उत्सव या हो त्यौहार, सब जलाएँ बार – बार |
उत्तर – फूलझड़ी
तुम न बुलाओ मैं आ जाऊँगी, न भाड़ा, न किराया दूँगी, घर के हर कमरे में रहूँगी | पकड़ न मुझको तुम पाओगे, मेरे बिन तुम न रह पाओगे |
उत्तर – हवा
पत्थर पर पत्थर, पत्थर पर पैसा | बिना पानी के घर बनाए, वह कारीगर कैसा |
उत्तर – मकड़ी
काला रंग मेरी है शान, सबको मैं देता हूँ ज्ञान | शिक्षक करते मुझ पर काम, नाम बताकर बनो महान |
उत्तर – ब्लैकबोर्ड
टोपी है हरी मेरी, लाल है दुशाला | पेट में अजीब लगी, दानों की माला |
उत्तर – मिर्च
सर है, दुम है, मगर पाँव नहीं उसके | पेट है, आँख है, मगर कान नहीं उसके |
उत्तर – साँप
सींग हैं पर बकरी नहीं, काठी है पर घोड़ी नहीं | ब्रेक हैं पर कार नहीं, घंटी है पर किवाड़ नहीं |
उत्तर – साईकिल
एक फूल है काले रंग का, सिर पर सदा सुहाए | तेज धूप में वो खिल जाता, छाया में मुरझाए |
उत्तर – छाता
जन्म दिया रात ने, सुबह ने किया जवान | दिन ढलते हीं, निकल गई इसकी जान |
उत्तर – अख़बार
तीन अक्षर का मेरा नाम, खाने के आता हूँ काम | मध्य कटे हवा हो जाता, अंत कटे तो हल कहलाता |
उत्तर – हलवा
धूप देख मैं आ जाऊँ, छाँव देख शर्मा जाऊँ | जब हवा करे मुझे स्पर्श, मैं उसमे समा जाऊँ |
उत्तर – पसीना
दुनिया भर की करता सैर, धरती पे ना रखता पैर | दिन में सोता, रात में जागता, रात अँधेरी मेरी बगैर |
उत्तर – चाँद
सबके हीं घर ये जाए, तीन अक्षर का नाम बताए | शुरु के दो अति हो जाए, अंतिम दो से तिथि बन जाए |
उत्तर – अतिथि
मध्य कटे तो बनता कम, अंत कटे तो कल | लेखन में आती काम, सोचो तो क्या मेरा नाम |
उत्तर – कलम
चार टाँग की हूँ एक नारी, छलनी सम मेरे छेद | पीड़ित को आराम मैं देती, बतलाओ भैया यह भेद |
उत्तर – चारपाई
पानी से निकला पेड़ एक, पात नहीं पर डाल अनेक | इस पेड़ की ठंडी छाया, बैठ के नीचे उसको पाया |
उत्तर – फव्वारा
काला मुँह, लाल शरीर, कागज को वो खा जाता | रोज शाम को पेट फाड़कर, कोई उन्हें ले जाता |
उत्तर – लेटर बॉक्स
सुंदर-सुंदर ख़्वाब दिखाती, पास सभी के रात में आती | थके हुए को दे आराम, जल्द बताओ उसका नाम |
उत्तर – नींद
लंबा तन और बदन है गोल, मीठे रहते मेरे बोल | तन पे मेरे होते छेद, भाषा का मैं न करूँ भेद |
उत्तर – बाँसुरी
एक साथ आए दो भाई, बिन उनके दूर शहनाई | पीटो तब वह देते संगत, फिर आए महफ़िल में रंगत |
उत्तर – तबला
उछले दौड़े कूदे दिनभर, यह दिखने में बड़ा हीं सुंदर | लेकिन नहीं ये भालू बंदर, अपनी धुन में मस्त कलंदर | इसके नाम में जुड़ा है रन, घर हैं इसके सुंदर वन |
उत्तर – हिरण
रंग बिरंगा बदन है इसका, कुदरत का वरदान मिला | इतनी सुंदरता पाकर भी, दो अक्षर का नाम मिला | ये वन में करता शोर, इसके चर्चे हैं हर ओर |
उत्तर – मोर
सुबह आता, शाम को जाता, दिनभर अपनी चमक बरसाता | समस्त सृष्टि को देता वैभव, इसके बिना नहीं जीवन संभव |
उत्तर – सूरज
पवन सवारी लेकर उडूं, धरती से आकाश | जीवों को जीवन देने, लाऊँ मैं प्रकाश |
उत्तर – वाष्प
मम्मी जी का मीठा गाना, मेरे जी को लगे सुहाना |
उत्तर – लोरी
दो अक्षर का मेरा नाम, मेरे बिन न चलता काम | रंगहीन हूँ, स्वादहीन हूँ, हरदम आती हूँ मैं काम |
उत्तर – पानी
न काशी, न काबा धाम, बिन जिसके हो चक्का जाम | पानी जैसी चीज है वह, झट से बताओ उसका नाम |
उत्तर – पेट्रोल
एक पहेली सदा नवेली जो बूझे जिन्दा | जिन्दा में से मुर्दा निकले, मुर्दा में से जिन्दा |
उत्तर – अंडा
दो दलों का खेल, एक दल में खिलाड़ी सात | उठा-पटक, कर-धकेल, हाथ चले, चले लात |
उत्तर – कबड्डी
शहर का जो नाम है, प्रसिद्द वहाँ की नमकीन | चार अक्षरों का नाम है, नगर बड़ा प्राचीन |
उत्तर – रतलाम
खाते नहीं चबाते लोग, काठ में कड़वा रस संयोग | दांत जीभ की करे सफाई, बोलो बात समझ में आई?
उत्तर – दातून
पर-पकवान बनाने में, मेरा उपयोग बड़ा ही हैं | दो कानों से पकड़ी जाऊँ, बोलों मैं क्या कहलाऊँ?
उत्तर – कड़ाही
ऊपर से नीचे बहता हूँ, हर बर्तन को अपनाता हूँ | देखो मुझको गिरा न देना, वरना कठिन हो जाएगा भरना |
उत्तर – द्रव्य
काली-काली एक चुनरिया, जगमग-जगमग मोती | आ सजती धरती के ऊपर, जब सारी दुनिया सोती |
उत्तर – तारों भरा आकाश
तीन अक्षर का मेरा नाम, आदि कटे तो बने चार | अंत कटे तो न मैं जानू, बोलो करो सोच-विचार |
उत्तर – अचार
“ज” जोड़े तो जापान, अमीरों के लिए है यह एक शान | बनारसी है इसकी पहचान, दावतो में बढ़ती इसकी माँग |
उत्तर – पान
मैं गर्मी में आता हूँ, सबके मन को भाता हूँ | खट्टा मीठा सा स्वाद है मेरा, इसलिए फलों का राजा कहलाता हूँ |
उत्तर – आम
छोटे से हैं मटकूदास, कपड़े पहने एक सौ पचास |
उत्तर – प्याज
दो अक्षर का मेरा नाम, आता हूँ खाने के काम | उल्टा लिखकर नाच दिखाऊँ, फिर क्यों अपना नाम छिपाऊँ?
उत्तर – चना
धूप में आने पर जलने लगता है, छाँव में आने पर मुरझा जाता है | हवा चलने पर मर जाता है बताओ क्या?
उत्तर – पसीना
हरे रंग का है यह झंडा, कितना मीठा और रसीला |
उत्तर – गन्ना
धन दौलत से बड़ी हूँ मैं, सब चीजों से ऊपर हूँ मैं | जो पाए पंडित बन जाए, जो ना पाए मूर्ख बन जाए |
उत्तर – शिक्षा
अंत कटे तो कदम रखे, मध्य कटे तो डर बन जाऊँ | खुद ना चल सकूँ मगर, राही को मंजिल पर पहचाऊँ |
उत्तर – डगर
आगे-आगे बहिना आई, पीछे-पीछे भईया | दांत निकाले बाबा आए, बुरका ओढ़े मईया |
उत्तर – भुट्टा
उल्टा कर दो रंग भरूँ, सीधा रखो मैं फल हूँ | बीमारों का दोस्त हूँ मैं, देता उनको बल हूँ |
उत्तर – चीकू
ऊपर से बस एक रंग हो, भीतर चित्तीदार | सो प्यारी बातें करे, फिकर अनोखी नार |
उत्तर – सुपारी
एक नारी के दो बालक, दोनों एक हीं रंग | एक फिरे, एक ठाढ रहे, फिर भी दोनों संग |
उत्तर – चक्की
केरल से आया टीगूं काला, चार कान और टोपी वाला |
उत्तर – लौंग
कठोर हूँ पर पहाड़ नहीं, जल है मगर समुद्र नहीं | जताएँ हैं पर योगी नहीं, मीठा है मगर गुड़ नहीं |
उत्तर – नारियल
कांटेदार खाल के भीतर एक रसगुल्ला | सभी प्रेम से खाते उसको, क्या पंडित क्या मुल्ला |
उत्तर – लीची
कान है पर बहरी हूँ, मुँह है पर मौन हूँ | आँखे हैं पर अंधी हूँ, बताओ मैं कौन हूँ |
उत्तर – गुड़िया
खेत में उपजे, हर कोई खाए | घर में जो हो जाए, घर खा जाए |
उत्तर – फूट
गोरी, सुंदर, पतली, केहर काले रंग | ग्यारह देवर छोड़ कर, चली जेठ के संग |
उत्तर – अरहर की दाल
चार है रानी, एक है राजा | हर एक काम में, उनका अपना साझा |
उत्तर – अंगूठा और अंगुलियाँ
हरा आटा, लाल पराठा, सभी सखियों ने मिलकर बाँटा |
उत्तर – मेहंदी
प्यास लगे तो पी सकते हैं, भूख लगे तो खा सकते हैं | ठण्ड लगे तो जला सकते हैं तो बताओ क्या है वो ?
उत्तर – नारियल
वह कौन – सी चीज है, जिसका रंग काला है | उजाले में तो नजर आती है, मगर अँधेरे में दिखाई नहीं देती है |
उत्तर – परछाई
वह कौन सा मुख है, जो सुबह से लेकर शाम तक आसमान की ओर देखता है |
उत्तर – सूरजमुखी
एक फूल यहाँ खिला, एक खिला कलकत्ता | गजब अजूबा हमने देखा, पत्ते के ऊपर पत्ता |
उत्तर – फूलगोभी
दो अंगुल की है सड़क, उस पर रेल चले बेधड़क | लोगों के हैं काम आती, समय पड़े तो खाक बनाती |
उत्तर – माचिस
फल नहीं पर फल कहाऊँ, नमक मिर्ची के संग सुहाऊँ | खाने वाले की सेहत बढ़ाऊँ, सीता माता की याद दिलाऊँ |
उत्तर – सीताफल
जा जोड़े तो जापान, अमीरों के लिए है यह शान | बनारसी है इसकी पहचान, दावतों में बढ़ती इसकी मान |
उत्तर – पान
बिना चूल्हे के खीर बनी, ना मीठी ना नमकीन | थोड़ा – थोड़ा खा गए, बड़े बड़े शौकीन |
उत्तर – चूना
डिब्बा देखा एक निराला, ना हीं ढक्कन, ना हीं ताला | न हीं पेंदी, ना हीं कोना, बंद है उसमें चाँदी सोना |
उत्तर – अंडा
हरी थी, मन भरी थी, लाख मोती जड़ी थी | राजा जी के बाग में, दुशाला ओढ़े खड़ी थी |
उत्तर – भुट्टा
काली हूँ पर कोयल नहीं, लंबी हूँ पर डंडी नहीं | डोर नहीं पर बाँधी जाती, मैया मेरा नाम बताती |
उत्तर – चोटी
हाथ आए तो सौ-सौ काटे, जब थके तो पत्थर चाटे |
उत्तर – चाकू
हरे-हरे से है दिखे, पक्के हो या कच्चे | भीतर से यह लाल मलाई,जैसे ठंडे मीठे लच्छे |
उत्तर – तरबूज
ना किसी से प्रेम ना किसी से बैर, फिर भी लोग लेते मेरी रोज खैर | सबके गानों की रौनक है बढ़ती, फिर भी मुझ पर थप्पड़ पड़ती |
उत्तर – ढोलक
सिर पर ताज, गले में थैला, मेरा नाम बड़ा अलबेला |
उत्तर – मुर्गा
जादू के डंडे को देखो, कुछ पीए न खाए | नाक दबा दो तुरंत, रोशनी चारों ओर फैलाए |
उत्तर – टॉर्च
बताओ ऐसी दो बहनें, संग हंसती, संग गाती हैं | उजले-काले कपड़े पहने, पर मिल कभी न पाती हैं |
उत्तर – आँखें
काठ की कठोली, लोहे की मथानी | इसे दो-दो आदमी मथे पर, मक्खन दही न आनी |
उत्तर – आरी
बापू के नाम से हुई, इस शहर की पहचान | गुजरात की राजधानी, नगर है बड़ा महान |
उत्तर – गांधीनगर
दो अक्षर का मेरा नाम, आता हूँ खाने के काम | उल्टा लिखकर नाच दिखाऊँ, फिर क्यों अपना नाम छिपाऊँ?
उत्तर – चना
पांच अक्षर का मेरा नाम, उल्टा-सीधा एक समान | दक्षिण भारत में रहती हूँ, बोलो तो मैं कैसी हूँ?
उत्तर – मलयालम
पवित्र प्यार का चिह्न हूँ मैं, गैरों को बना लूँ अपना | उल्टा कर दो सब्जी हूँ, खा सकते हो मुझे कच्चा |
उत्तर – राखी
रात दिन है मेरा, घर पर तुम्हारे डेरा | रोज मीठे गीतों से, करती नया सवेरा |
उत्तर – गौरया
पानी का मटका, पेड़ पर लटका | हवा हो या झटका, उसको नहीं पटका |
उत्तर – टमाटर
बिना चूल्हे की खीर बनी, ना मीठी ना नमकीन | थोड़ा-थोड़ा खा गए, बड़े-बड़े शौक़ीन |
उत्तर – चूना
दो अक्षर का नाम है, रहता हरदम जुखाम है | कागज मेरा रुमाल है, बताओ मेरा क्या नाम है ?
उत्तर – कलम
चार कुआँ बिन पानी, चोर अठारह बैठे लिए एक रानी | आया एक दारोगा लाल, कुएं में दिया सबको डाल |
उत्तर – कैरमबोर्ड
एक सींग का है चौपाया, मोटी उसकी खाल | खाल से किसी जमाने में, बनती थी ढाल |
उत्तर – गैंडा
पक्षी हूँ मैं अजब निराला, मैं नहीं हूँ उड़ने वाला | प्यारे बच्चों ध्यान लगाओ, झट से मेरा नाम बताओ |
उत्तर – शुतुरमुर्ग
प्यारा सुंदर पक्षी हूँ मैं, तुंरत मुझे लो पाल | हरे रंग की काया मेरी, चोंच है मेरी लाल |
उत्तर – तोता
भैया मैं हूँ तीन पंख का, चार महीने पाता आराम | बिजली का प्रवाह मैं सहता, घंटों मैं तो चलता रहता |
उत्तर – पंखा
धरती में मैं पैर छुपाता, आसमान में शीश उठाता | हिलता पर कभी न चलता, पैरों से हूँ भोजन खाता |
उत्तर – पेड़
बिन पावों के चलते देखा, इत-उत उसको फिरते देखा | काम विचित्र करते देखा, जल से उसे मरते देखा |
उत्तर – जूता
मुझे खाना चाहो तो, सबसे पहले मुझे तोड़ो | मेरे अंदर है सुनहरा खजाना, फ्राई कर के झट से खा लो |
उत्तर – अंडा
दो सुंदर लड़के, दोनों एक रंग के | एक बिछड़ जाए, तो दूसरा काम न आए |
उत्तर – जूता
सात गांठ की रस्सी, गांठ – गांठ में रस | इसका उत्तर जो बताए, उसको देंगे रूपए दस |
उत्तर – जलेबी
पढ़ने में, लिखने में, दोनों में हीं आता काम | कलम नहीं, कागज़ नहीं, बताओ क्या है मेरा नाम |
उत्तर – चश्मा
बैठ तार में आती वह, घर के दीप जलाती वह | कई मशीनों का है वह प्राण, बोलो क्या कहलाती वह |
उत्तर – बिजली
मध्य कटे तो सास बन जाऊँ, अंत कटे तो सार समझाऊँ | मैं हूँ पक्षी, रंग सफेद, बताओ मेरे नाम का भेद |
उत्तर – सारस
एक हाथ है लकड़ी की डंडी, बने हुए हैं इसमें आठ घर | ज्यों-ज्यों हवा जाए उस भवन में, त्यों-त्यों निकले हैं मीठे स्वर |
उत्तर – बाँसुरी
उड़ नहीं सकती मैं वायु में, चल नहीं पाती सड़कों पर | लेकिन लाखों पर्यटकों को, पहुँचाती हूँ इधर-उधर |
उत्तर – रेल
जंगल मेरी जन्मभूमि है, महफिल मेरा धाम | सबके होंठ लग कर देती, सरगम का पैगाम |
उत्तर – बाँसुरी
एक सींग की ऐसी गाय, जितना दो उतना हीं खाए | खाते-खाते गाना गाए, पेट नहीं उसका भर पाए |
उत्तर – आटा चक्की
आदि कटे तो गीत सुनाऊँ, मध्य कटे तो संत बन जाऊँ | अंत कटे साथ बन जाता, संपूर्ण सबके मन भाता |
उत्तर – संगीत
पूरे विश्व में एक यहीं, सबसे बड़ा महाद्वीप | भारत-पाक रूस और इसमें हीं है चीन |
उत्तर – एशिया
हाल-चाल यदि पूछो उससे, नहीं करेगा सीधे बात | सादा लगता है, पर पेट में रखता दांत |
उत्तर – अनार
ऐसा एक अजब खजाना, जिसका मालिक बड़ा श्याना | दोनों हाथों से लुटाता, फिर भी दौलत बढ़ता हीं जाता |
उत्तर – ज्ञान
एक पेड़ का अंग्रेजी नाम, वह है हथेली मेरी | खुशी ओमी एकता रानी, अरे बूझ पहेली मेरी |
उत्तर – पाम ट्री